बुधवार, 1 मई 2013

गाँधी का सच

दुनिया जानती है कि ये गाँधी हिंदुओं के प्रति कितनी घृणा रखता था, और पाकिस्तान तथा पाकिस्तानियों के प्रति कितना लगाव,

इसी गाँधी ने भारत में से पाकिस्तान
बाँटने के बाद जब कुछ दिनों बाद पाकिस्तान ने कश्मीर के रास्ते अपने फियादीन भारत में भेजे थे, ये सब देखते हुए भी गाँधी इस हमले के बाद पाकिस्तान के लिए 55 करोड रुपए देने की माँग करने लगा, पर जब सरदार पटेल ने कहा कि नहीं गाँधी जी ऐसा नहीं हो सकता अभी पाकिस्तान बनते ही जिन्ना ने कश्मीर के रास्ते हम पर हमला करके हमारे काफी लोग कश्मीर में मार दिए हैं सो हम ऐसे नाग को पचपन करोड रुपया नहीं दे सकते...

ये बात सुन कर गाँधी का मूह फुल गया और गाँधी अनसन पाटी लेकर धरने पर बैठ गया कि जब तक पाकिस्तान को पचपन करोड रुपया नहीं दिया जाएगा जब तक मैं अपना अनसन खत्म नहीं करूँगा, फिर गाँधी मरने की हालत तक पहुँच गया जब सरदार पटेल को मजबूरन झुकना पड़ा और भारत सरकार ने पाकिस्तान को पचपन करोड रुपए दिए... और देख लो मित्रों भीख में मिले उन पचपन करोड रुपयों का पाकिस्तान ने क्या किया, उसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर तीन बड़े हमले किए, पर गाँधी को क्या था वो तो भाई पाकिस्तान रूपी नाग के आगे दूध की कटोरी रख कर दुनिया छोड कर चला गया,...

और झेल आजतक उस नाग को हम रहे हैं....

ख़ैर नाथू राम गोडसे ने सही समय से गाँधी को निपटा दिया, नहीं तो गाँधी ना जाने अपने सपनों के कितने और पाकिस्तान बना कर जाता...